कानपुर। उन्नाव की वंचित बच्ची की हत्या गला दबा कर की गई थी। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में ये अहम खुलासा हुआ है। बच्ची का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के एक पैनल ने किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बच्ची की गर्दन की हड्डी गला दबाने से टूट गई थी।
इसके अलावा सिर में भी दो घाव के निशान हैं। उन्नाव शहर कोतवाली क्षेत्र की कांशीराम कालोनी से दो माह पहले लापता हुई युवती की हत्या कर शव को गड्ढे में दबा दिया गया था। हत्या किसी और ने नहीं, युवती को अगवा करने के मामले में जेल भेजे गए पूर्व राज्यमंत्री के बेटे ने अपने एक साथी के साथ मिलकर की थी।
कांशीराम कालोनी निवासी मुकेश की बच्ची (22) आठ दिसंबर 2021 को लापता हो गई थी। मां रीता ने पूर्व राज्यमंत्री दिवंगत फतेह बहादुर सिंह के बेटे कल्याणी देवी निवासी अरुण कुमार उर्फ रजोल सिंह पर बेटी को अगवा करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया था। आला अफसरों के आदेश के बाद 10 जनवरी को पुलिस ने रजोल के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया था।
आरोपी पर कार्रवाई न होने पर पूजा की मां ने 24 जनवरी को लखनऊ में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के काफिले के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था। मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस ने आरोपी रजोल को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। साथ ही पुलिस की दो टीमें युवती की तलाश में जुटी थीं। कॉल डिटेल में पूजा व रजोल सिंह की नजदीकी की पुष्टि हुई थी। रजोल की कॉल डिटेल खंगालने के बाद पुलिस के हाथ हरदोई जिले के नयागांव मुबारकपुर निवासी सूरज सिंह का नंबर हाथ लगा। इस पर पुलिस ने वर्तमान में खजुरिहा बाग नई बस्ती में रहने वाले सूरज को उठाकर पूछताछ की तो उसने सब कुछ उगल दिया।
स्वाट टीम ने हत्यारोपी के दोस्त को उठाया तो उसने सब कुछ उगल दिया। गुरुवार को पुलिस ने उसकी निशानदेही पर पूर्व राज्यमंत्री के प्लाट में बने गड्ढे से शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पूर्व राज्यमंत्री के बेटे ने युवती की किसी दूसरे से नजदीकी की आशंका पर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी। इसके बाद शव को गड्ढे में दफना दिया था। इधर, गुरुवार रात एसपी राजेश द्विवेदी ने इस मामले में कोतवाली प्रभारी अखिलेश पांडेय को निलंबित कर दिया। साथ ही दर्ज एफआईआर में हत्या की धारा की भी बढ़ा दी।
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